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शादी करने से पहले…
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घर बैठे जुड़ें और अपने प्रश्न पूछें, 40000+ साथी जुड़ चुके हैं 🔥
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स्वयं को आप क्या हो जाने की अनुमति दे रहे हैं, ये बहुत बड़ी बात है। ये पहली और आख़िरी बात है। कुछ कर रहे हैं, उससे पहले पूछा करिए, ‘ये करते वक़्त मैंने अपनेआप को क्या इजाज़त दे दी?’ और अपने प्रति रवैया थोड़ा सख़्त रखें। ये ढुलमुल खेल नहीं चलेगा, क्योंकि प्राकृतिक वृत्ति तो यही रहेगी कि प्रकृति जो करा रही है कर जाओ।
जब प्रकृति आपसे कुछ कराने पर तुली हो, तो पूछा करिए, ‘इस समय पर ये करके मैंने अपनेआप को क्या बना दिया?’ क्योंकि आपने अपनेआप को जो बना दिया न, आगे उसी के अनुसार अब बहुत दूर तक परिणाम आने हैं। बना तो आपने इस क्षण में दिया और परिणाम आएँगे समय में न जाने कितने विस्तार तक। आपके एक निर्णय से जो धारा फूटेगी, वो न जाने कहाँ तक बहेगी, और फिर उस धारा पर आपका कोई ज़ोर चलने नहीं वाला। आपने तो बस अपनी बेहोशी में एक निर्णय कर डाला था। अब वो पता नहीं कहाँ तक जाना!
~ आचार्य प्रशांत
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~ आचार्य प्रशांत
जीवन बर्बाद मत कीजिए!
Live for It’s own sake
ज़िंदगीभर का रिश्ता और जल्दबाज़ी?
अमीर बनना चाहते हो?
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ये जो हमारी चेतना है, ये कहीं रुकना नहीं जानती। इसको जहाँ कहीं रोक दोगे, ये वहीं परेशान हो जाती है। इसे मत रोको! इसे विस्तार पाना है, इसे पाने दो।
जितने भी हमने विचार बना रखे हैं, आइडेंटिटीज (पहचानें) बना रखी हैं, खुद को लेकर के धारणाएँ बना रखी हैं, वही चेतना को रोकती हैं। वही हमारी सीमाएँ हैं, बाउंड्रीज हैं। हमारा इरादा बिलकुल नहीं होना चाहिए उनका आदर करने का। हमें उनको चुनौती देनी है, उनकी रक्षा नहीं करनी। आप जो कोई भी हो, जहाँ भी खड़े हो, जैसे भी हो, हमारा उद्देश्य है खुद को तोड़ना, खुद को बचाना नहीं।
~ आचार्य प्रशांत
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~ आचार्य प्रशांत
इनकी Roasting करके दिखाओ!
Fear of being great
हनुमान जी से क्या सीखें?
कोई भाषा ऊँची नहीं होती!
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~ आचार्य प्रशांत
हम 1100 करोड़ हो जाएँगे!
Wake Up or Crash!